बलिदान

                                            

 !! बलिदान !!

आसमा धरती की परछाई है और धरती आसमा की !
ये मिटटी बलिदान की परछाई है और बलिदान वीरों  के खून की !!

मिटटी की महक यही नहीं बया करती; इसे भी बारिश की बूंदों की प्यास होती है !
यह भारत की अखंडता यूँ ही नहीं सजती; इसे भी वीरों के बलिदान की प्यास होती है !!

और क्या सुनना चाहते हो इन वीरों के जिंदगी के बारे में !
 इनकी जिंदगी भी किसी के आसुओं की मोहताज नहीं होती !!


                                           #_TS ✍

Comments

Popular posts from this blog

Reservation & the 50% Cap

Kartavya beyond Path